शनि देव का एकाक्षरी मंत्र

शनि देव की विशेष कृपा पाने के लिए आप 'ऊँ शं शनैश्चाराय नमः'  मंत्र का जाप करें।

शनि देव का वैदिक मंत्र

शनि देव के वैदिक मंत्र  'ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये'  के जाप से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है ।

साढ़ेसाती के प्रभाव से बचने का शनि मंत्र 

यह मंत्र साढ़ेसाती के प्रभाव को कम करता है ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम । उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ।

सुखद और सफल जीवन के लिए शनि का मंत्र 

अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेऽहर्निशं मया। दासोऽयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।। गतं पापं गतं दु:खं गतं दारिद्रय मेव च। आगता: सुख-संपत्ति पुण्योऽहं तव दर्शनात्।।

शनि गायत्री मंत्र 

इस मंत्र से शनिदेव प्रसन्न होते हैं ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय  धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।

शनिदेव महामंत्र  

ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं  नमामि शनैश्चरम॥ इस मंत्र का जाप आपको हर शनिवार करना चाहिए।

तांत्रिक शनि मंत्र  

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः। शनिदेव के इस मंत्र का जाप तांत्रिक क्रियाओं में किया जाता है।

शनिदेव की कृपा आप सभी पर बनी रहे, अगर आपको स्टोरी में दी गई जानकारी  अच्छी लगे तो विडियो को लाइक और शेयर करना ना भूलें.