कब है गीता जयंती

भारत देश में हर वर्ष मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष एकादशी को गीता जयंती के रूप में मनाया जाता है। जो की इस साल 22 दिसम्बर को है।

कब है गीता जयंती

हरयाणा समेत देश के कई हिस्सों में इस अवसर पर गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जिसमें कई गीता विशेषज्ञ भाग लेते हैं। 

आइये जानते हैं गीता जयंती मनाये जाने के पीछे का कारण क्या है और साथ जी जानते हैं इसके महत्व के बारे में। 

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। इसलिए इस दिन को ‘गीता जयंती’ के रूप में मनाया जाता है। 

मान्यता है की गीता जयंती के दिन उपवास करने से मन पवित्र होता है और शरीर स्वस्थ रहता है। साथ ही समस्त पापों से भी छुटकारा मिलता है। 

गीता के उपदेशों में श्रीकृष्ण ने सम्पूर्ण जगत  को को अच्छे-बुरे और सही-गलत का फर्क बताया है। इस दिन यदि गीता का पाठ किया जाए तो भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।  

गीता के उपदेशों में श्रीकृष्ण ने सम्पूर्ण संकार को को अच्छे-बुरे और सही-गलत का फर्क बताया है। इस दिन यदि गीता का पाठ किया जाए तो भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।  

उम्मीद है की इस स्टोरी के माध्यम से आपको गीता जयंती मनाये जाने के पीछे के महत्व के बारे में पता लग गया होगा। आपको स्टोरी अच्छी लगी तो लाइक और शेयर जरुर करें।